ओल्ड इज गोल्ड

ओल्ड इज गोल्ड

टोरंटो में हुई इस स्टडी के मुताबिक ब्रेकअप के बाद 88 पसेंя┐╜ट लोग अपने एक्स की स्टॉकिंग करते हैं। दिलचस्प यह है कि वे अपने एक्स को अपने एफबी अकाउंट से तो डिलीट कर देते हैं। लेकिन उन पर चोरी-छिपे अपनी निगाह रखने के लिए अपने किसी फे्रड के एफबी अकाउंट का सहारा लेते हैं। इनमें से कुछ लोग एक्स के वाल पोस्ट को ओवर एनालाइज करते हैं तो कुछ ऎसे भी हैं जो अपने एक्स को जलाने के लिए पिक्चर्स पोस्ट करते रहते हैं। गौरतलब है कि जब सोशल साइट्स नहीं थे, तब एक्स के बारे में जानने के लिए दूसरे तरीके यूज किए जाते थे। एक्स के बारे में जानने की यह उत्सुकता आमतौर पर हर उम्र में होती है।
खासतौर पर एसके नए पार्टनर के बारे में जानने की बेचैनी भी होती है। चूंकि यह हरकत थोडी बचकानी है, इसलिए ऎसी कोशिशें छिपाकर ही की जाती हैं। हालांकि समय के बदलने के साथ यह जरूरी है कि एक्स के बारे में थोडा लिबरल होकर सोचा जाए। हां, अगर ब्रेकअप के समय आप दोनों के बीच काफी बदमजगी हो गई हो, तब दोस्ती का मतलब नहीं है। सपोर्ट सिस्टम इस बारे में एक्ट्रेस पूजा बेदी का कहना है कि उनके एक्स हसबैंड, फरहान फर्नीचरवाला उनके खास सपोर्ट सिस्टम रहे हैं। और उन दोनों में आज भी अच्छी बनती है। बकौल पूजा, ऎसा नहीं है कि डिवार्स के बाद हम दुश्मन बन गए हों। फरहान के मम्मी-पापा आज भी मेरे घर डिनर पर आते हैं। फरहान की शादी पर भी मैं बच्चों के साथ गई थी।
आपको जानकर शायद ताज्जुब होगा कि मैंने तो स्टेज पर जाकर उन्हें गले लगाया और किस भी किया। आपने अपने एक्स के साथ बहुत से खूबसूरत और यादगार पल साथ बिताए होते हैं, ऎसे में उन सबकी तरफ से मुंह मोड लेना हमेशा सही डिसिजन नहीं हो सकता। कोई बुराई नहीं दरअसल, हमारे सोशल सीनेरियो में एक्स के साथ फें्रडशिप या तो अच्छे डिसिजन की कटैगिरी में आता है, या फिर इसे बडी गलती मान लिया जाता है। जोया अहमद कहना है कि उनकी अभी-भी अपने एक्स के साथ दोस्ती है। वह अपने एक्सपीरियंस शेयर करती हैं, पार्टनर के तौर पर साथ न रह पाने के पीछे तो कई वजहें रहीं। लेकिन उस ब्रेकअप के ढाई साल बाद जब कोई और मुझे अच्छा लगने लगा, तो सबसे पहले मैंने अपने एक्स के साथ ही इस बात को शेयर किया। मुझे लगता है कि वह मेरी पर्सनैलिटी को गहराई से समझता है।
और इसीलिए हमारे बीच में अंडरस्टैंडिंग कभी कम नहीं हुई। दोस्ती के इन नियमों को फॉलो करें अगर एक्स के साथ आप भी दोस्ती बनाए रखना चाहते हैं, तो एक्सपर्ट्स के बताए इन रूल्स को फॉलो करें अपने रिश्ते के खत्म होने पर रोना धोना नेचुरल है। यह सेंटीमेंटल पीरियड लंबा भी हो सकता है, इस वक्त को गुजर जाने दें। दोस्ती का हाथ तभी बढाएं, जब एक-दूसरे के लिए शिकायतें बची न रहें। एक्स की प्राइवेट लाइफ में अब ताक-झांक न करें। न ही कोई कमेंट करें। किसी तीसरे के सामने यह न दिखाएं कि आप दोनों सुपर - क्लोज फेंरड्स हैं , इसे सहजता से लें। इस नए रिश्ते को प्लेटोनिक रहने दें। यहां हैंड-होल्डिंग, किसिंग या फ्लटिंग की जगह न बनने दें। अपनी दोस्ती को ज्यादा एनालाइज न करें। इसे नॉर्मल रहने दें। पास्ट रिलेशनशिप के बारे में बातें न करें। अगर मन में बदले की कोई भावना हो, तो इसे निकाल दें। इससे आगे चलकर आपको ही तकलीफ होगी।