लगातार थकान बीमारियों का संकेत तो नहीं
थायरॉयड मिडिल एज में खासतौर पर लो-थायरॉयड की समस्या ज्यादा होती है। थायरॉयड ग्लैंड टी4 और टी3 जैसे हॉर्मोन बनाती है और मिड एज में यह प्रक्रिया धीमी हो जाती है। चूंकि अन्य प्रक्रिया भी धीमी हो जती हैं, इसलिए इस उम्र में वजन बढने, कब्ज, त्वचा में रूखापन और बाल झडने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। थायरॉयड प्रोफाइल थायरॉयड एंटीबॉडी, थायरॉयड स्कैन कराएं। टीएसएच थायरॉयड को बढाने वाला हॉर्मोन है। हाई टीएसएच और लो टी 4 का अर्थ है। क्रॉनक हाइपोथायरॉयड ।