रोमांस के लिए झिझक खुलती नहीं

रोमांस के लिए झिझक खुलती नहीं

पुरूषवादी अहम
भारतीय पुरूष बाहर भले ही सेक्स को लेकर अपने खुले विचार प्रकट कर दे पर पत्नी सीधी साधी ही होनी चाहिए। एक ऎसी पत्नी जो उसके कहे अनुसार ही सब कुछ करें। पत्नी को भी रोमांस सुख मिले जैसा ख्याल उसके मन में दूर-दूर तक नहीं आता, केवल उसकी संतुष्टि सर्वोपरि है और पत्नी मात्र उसकी इच्छा पूरी करने का जरिया। कई बार तो पुरूष बेबुनियाद बातों को आदर्श का रूप देकर खुद को सेक्स सुख से वंचित रहते ही हैं, अपनी पत्नी को भी इस सुख से दूर रखते हैं।