
मां अम्बे को खुश करता है...गरबा
विविधता को एकता के सूत्र में पिरोते 
भारतीय संस्कृति के पर्व-त्योहार अपने आप में ही महत्वपूर्ण हैं। आविश्वन 
मास में मनाया जाने वाला पर्व नवरात्र ही वह त्यौहार है, जो संपूर्ण भारत 
को एक सूत्र में जोडता है। 
गरबा नृत्य जो पीढी-पर-पीढी से गुजरात 
मेंहोता आ रहा है... इस पारंपरिक नृत्य को रास, रासदा, गरबा, गरबी आदि 
नामों से जाना जाता है। जब यह नृत्य हाथों में लकडियों के छोटे-छोटे डंडों 
को लेकर किया जाता है, तब इसे डांडिया कहा जाता है जब कि गरबा हाथों से 
लयबद्ध तालियां बजाकर किया जाता है।






