हर लडकी फास्ट ड्यूटी उसकी ब्यूटी
महिलाओं के लिए सजनासंवरना तो उनके जीवन की एक ऐसी सचाई है, जिसे नकारा नहीं जा सकता। सुंरता और औरत एक दूसरे का पर्याय हैं। इसलिए अगर वे सजनेसंवरने में अपनी जिन्दगी का लगभग आधा हिस्सा गुजार भी देती हैं, तो इस में गलत क्या है। इस बात पर किसी को नागवार क्यों हो। आखिर सजनेसंवरने में बुराई ही क्या है।
यह तो फै क्ट है कि महिलाओं में खूबसूरत और स्टाइलिश दिखने की चाह होती है और अपने सौन्दर्य को निखारने के लिए वे अनगिनत तरीकों का यूज करती हैं।
सजनेसंवरने और बनठन कर रहने के लिए चाहे उन्हें कितना ही पैसा क्यों ना खर्च करना पडे, वे हिचकती नहीं हैं। यही वजह है कि उनकी खरीदारी में या तो कपडे, फुटवियर या ज्वैलरी शामिल होती हैया फिर सौन्दर्य प्रसाधन। महिलाएं बिना मेकअप के जिन्दगी जीने के बारे में सोच भी नहीं सकतीं।
शायद यही कारण है कि सब्जी के लिए मोलभाव करने में अपनी सारी एनर्जी खर्च कर देने वाली भारतीय महिलाओं को महंगे से महंगे सौन्दर्य प्रसाधन खरीदने में पल भर भी नहीं लगता।