पूल में तैरें जरूर मगर सावधानी से
मौसम का मिजाज कैसा भी हो, स्विमिंग का अपना अलग ही मजा है और वह भी एक पंथ दो काज के रूप में यानी भरपूर मजा और बढिया कसरत एकसाथ। गरमी का मौसम हो तब तो तैरने जैसे ठंडक पहुंचाने वाले आनंद का क्याकहना। अब तो स्विमिंग का मजा गरर्मियों तक ही सीमित नहीं रहा। अच्छे क्लबों, रिसोटों और सोसाइटियों में मौजूद स्विमिंग पूलों में तो मौसम के अनुसार पूल के पानी का तापमान रख जाता है यानी नहरों और तालाबों में तैरने का चलन ही खत्म हो चुका है।