ज्यादा एंटीबायोटिक लेने से हो सकती हैं पेट की गंभीर बीमारियां
वहीं श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के इंटरनल मेडीसिन सीनियर
कंसलटेंट डॉ. अरविन्द अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया, ‘‘ आजकल सरदर्द,
पेटदर्द या बुखार होने पर हम बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी एंटीबायोटिक
दवा ले लेते हैं। कई बार तो हम बिना किसी जरूरत के भी एंटीबायोटिक लेते
रहते हैं। बिना आवश्यकता के और नियमित रूप से एंटीबायोटिक लेते रहते से
आपके शरीर के माइक्रोब्स या बैक्टीरिया खुद को बदल लेते हैं जिससे
एंटीबायोटिक्स उन्हें हानि नहीं पहुंचा पाते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह
एंटीबायोटिक प्रतिरोध क्षमता कहलाती है। एंटीबायोटिक का जरूरत से अधिक
इस्तेमाल करने से सबसे प्रभावशाली एंटीबायोटिक दवाइयों का भी कुछ
बैक्टीरिया पर असर नहीं पड़ता। ये बैक्टीरिया अपने आप को इस तरह बदल लेते
हैं कि दवा, केमिकल्स या इंफेक्शन हटाने वाले किसी भी इलाज का इनपर या तो
बिलकुल ही असर नहीं पड़ता या फिर बहुत कम असर पड़ता है।’’
डॉ.
अरविन्द अग्रवाल ने कहा, ‘‘ऐसे बैक्टीरिया न सिर्फ दवाइयों से खुद को बचा
लेते हैं बल्कि अपनी संख्या भी बढ़ाते रहते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए
अधिक खतरनाक साबित होता है। बैक्टीरिया और इससे होने वाली बीमारियों को
खत्म करने के लिए ली जाती हैं और यह सर्दी, खांसी, बुखार जैसे वायरल
इंफेक्शन को खत्म नहीं कर सकता।’’
--आईएएनएस