प्रकृति का इशारा:थोडा रोमांटिक होना का

प्रकृति का इशारा:थोडा रोमांटिक होना का

तेज मई/जून की गर्मी गुजरी आंखों-आंखों में फिर आया अगस्त का महीना, जिसमें मौसम कुछ सुहाना सहा बना हुआ है कहते हैं कि प्यार की भाषा वही जान सकता है जिसे प्यार हुआ हो और यह बात सच भी है। इश्क एक खूबसूरत एहसास है, जिसकी गहराई को सिर्फ दिल से महसूस किया जा सकता है। इसलिए तो प्यार कब और कहां हो जाए कहा नहीं जा सकता, क्योंकि प्यार किया नहीं जाता बल्कि हो जाता है।

एक अंजान व्यक्ति जिंदगी में आकर दिल में कुछ ऐसी जगह बना लेता है कि न तो भूख लगती है और न ही प्यास और न दुनिया की फ्रिक होती है। पर जिंदगी में यह बदलाव एकदम से नहीं आता बल्कि यह धीरे-धीरे गहरा होता है और कई स्थितियों से गुजरकर लाइफ का एहम हिस्सा बनता है। जैसे-