दो दिलों का मिलन नहीं बल्कि शर्तो के घेरे में आये सात फेरे

दो दिलों का मिलन नहीं बल्कि शर्तो के घेरे में आये सात फेरे

प्यार से बहुत काम हो सकते हैं, तो बेवजह ईगो क्यों दिखाएं! नौकरीपेशा या कामयाब होने का यह मतलब नहीं कि कोई भी इंसार घंमडी हो जाए और दूसरों को छोटा समझे। सबसे जरूरी,विवाह को बंधन या आजादी में रोडा कतई ना मानें। विवाह की पवित्रता को पूरा सम्मान दें, फिर देखें बहुत कुछ बदल जाएगा।