इश्क का केमिकल लोचा

इश्क का केमिकल लोचा

कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि शादी के चौथे साल से संबंधों में नीरसता आने लगती है। एक्सपर्ट मानने लगें हैं कि हनीमून की खुमारी विवाह के तीन चार साल बाद उतरने लगती है। तलाके के सर्वाधिक मामले शादी के चोथे साल में देखे जाते हैं। इसके बावजूद वैज्ञानिक यह भी ऎसा मानते हैं कि केमिकल्स सबस कुछ नहीं होते। ऎसा होता तो शादियां ता-उम्र न टिकतीं। संस्कृति, स्थितियां, व्यक्तित्व और अन्य पहलू भी इसे स्थायी बनाते हैं। इसलिए प्रेम की इस भावना को विज्ञान की प्रयोगशाला से बाहर निकालें और जीवन की सहज भावनाओं में खुद को बहने दें।