जानें क्या है प्यार की परिभाषा !
संसार में हर व्यक्ति प्यार की भाषा समझता है। लेकिन प्यार की कोई सटिक परिभाषा नहीं है। कई पत्नियां अपने पति का कहना मान लेनेभर को प्रेम समझती हैं। लेकिन प्यार का मतलब तो दो लोगों को आपस में गहराई से जोडना है। आपसी जुडाव और एक दूसरे को समझने के लिए एक दूसरे को टाइम देना बहुत जरूरी है। प्रेम की भाषा बोलने से शादीशुदा जीवन में मधुरता और प्रगाढता बनी रहती है। प्यार देने और पाने के प्रेमपगी भावनाएं होना बहुत जरूरी है। प्रेम की भावनाओं को शब्दों के माध्यम से प्रकट किया जा सकता है। हमारे द्वारा बोला हुआ एक गलत शब्द किसी को भी तीर की तरह चुभ सकता है। लेकिन यदि हम बोलते समय सामने वाले की भावनाओं का ख्याल रखें और प्यार से बोलें तो उस व्यक्ति से हमारे रिलेशन अच्छे बने रहेंगे और प्रगाढता आएगी। जरूरी नहीं कि तारीफ के लिए लम्बे-चौडे वाक्यों या खूबसूरत शब्दों का उपयोग करें। आप अपने पार्टनर की तारीफ सीधे-साधे शब्दों में भी की जा सकती है। ज्यादातर कपल्स तारीफ करने के लिए किसी खास मौके की तलाश में रहते हैं। लेकिन खास मौके के चक्कर में वे यह अवसर गंवा देते हैं।