लव रिश्लेशनशिप में क्या सही, क्या गलत
पुराने लोग तो यह सुझाव दिया करते थे कि दफ्तर की रोशनाई अपने कलम में न भरे लेकिन यह सब जानते हुए अपने दिल पर काबू किसे रह पाता है। दरअसल मुसीबत उस समय खडी होती है जब संबंधों में खटास आ जाए और रिश्ते खराब अनुभव के साथ टूटें। इससे आपका काम भी प्रभावित होता है। अगर रिश्ते मर्यादित रहें तो हल्के-फुल्के रोमांस में कोई हर्ज नहीं। मनोविज्ञान कहता है ऎसे प्लेटोनिक लव से ताजगी मिलती है। लेकिन कुछ लडके और लडकियां खुलेपन की जिद में बदनामी की परवाह नहीं करते। यह सरासर गलत है क्योंकि ऑफिस आपका वकिंüग प्लेस है इसे लव स्पॉट ना बनाएं और जरूरी नहीं कि जीवन भर आपको यहीं नौकरी में रहना पडे ऎसे में जब आप जॉब चैंज करेंगे तो आपकी बदनामी भी साथ जाएगी।