रखें प्यार का लेखा-जोखा
जो भी बात याद रखनी होती है, कुछ लोग उसे कहीं लिख कर रख लेते हैं। दोस्तों और रिश्तेदारों के जन्मदिन और शादी की तारीख अकसर ही डायरी के पन्नों पर सजी रहती है। बाजार जाने से पहले सामान भूल जाने के डर से हफ्तों पहले लिस्ट बन जाती है। ल़डाई के वक्त हर जो़डे का आपस में दावा रहता है कि वह ज्यादा सहता या सहती है। उस वक्त कोई ऎसा रजिस्टर तो होता नहीं कि देखा और बता दिया। आप एक ऎसी लिस्ट बनाएं ,जिसमें दोनों एक-दूसरे का व्यवहार लिख सकें। यह एक घरेलू चुनाव है,जिसमें आपको अपने वादे भी लिखने हैं और वादाखिलाफी भी। अपना अच्छा व्यवहार भी और चि़डचि़डापन भी। जब आप दोनों मिल कर अपने व्यवहार को लिखने बैठेंगे, तो ऎसी कई बातें निकलेंगी, जिन पर आपका ध्यान नहीं गया होगा।