प्रेम और धन का कोई मेल नहीं

प्रेम और धन का कोई मेल नहीं

इंसान दौलत कितनी भी कमा ले, यदि उसके जीवन में प्यार का अभाव है, तो खुशियों का कमल कभी नहीं खिल सकता। क्योंकि दौलत से केवल घर की चीजें और सुविधाएं खरीदी जा सकती हैं मगर सुख नहीं। दौलत से इंसान सिर्फ वहा, वाहीं बटोरी जा सकती हैं पर खुशियां नहीं। जहां सुख का आधार संतोष है। वहीं खुशियों की आधारशिला पे्रम हैं।