भगवान श्रीकृष्ण के 8 अलौकिक सौन्दर्य रूप
5-जिसके कारणवशं यह स्वत: सिद्ध है किश्रीकृष्ण भगवान की के प्रत्येक कोने में विविध आस्थाओं वाले जनसमुदाय के केवल आकर्षण केन्द्र ही नहीं बल्कि श्रद्धापात्र भी हैं अत: उनका यह अदम्य लोकदेवता रूप भारत में राष्ट्रीय एकता एवं सद्भावना के प्रचार प्रसार के लिए प्रेरणास्त्रोत की भांति कार्यान्वित किया जा सकता है।