लाइफ की तरह होम भी रहेगा सेफ
घटनाओं पर किसी का बस नहीं चलता। चाहे भूकंप हो, बाढ-आग का नुकसान आदमी को अन्दर तक हिला देता है। भावनाओं के नुकसान की भरपाई तो कोई नहीं करता, लेकिन ऎसे में होम इंश्योरेंस कुछ हद तक राहत जरूर देता है। इंश्योरेंस की सभी शाखाओं में होम इंश्योरेंस सबसे कम प्रचलन में है। बीमा क्षेत्र में निजी कम्पनियों की दस्तक के बाद इस क्षेत्र का परिदृश्य बहुत बदला है। नतीजतन, आज लाइफ इंश्योरेंस की तरह ही होम इंश्योरेंस भी कई बीमा कंपनियां करती हैं यानी आपके पास चॉइस का ऑप्शन मौजूद है। होम इंश्योरेंस तीन तरह से किया जाता है। एक बिल्डिंग का, दो घर के सामान का और तीसरा दोनों का। इसके लिए बीमा कंपनियों के अलग-अलग प्रोडक्ट्स हैं, जिनमें किसी भी प्राकृतिक आपका या मानवीय दुर्घटनाओं के चलते इंश्योर्ड सामान को होने वाले नुकसान की भरपाई की जाती है।