लाइफ- पहले जैसी रोमांटिक और सेक्सी नहीं रही अब
सेक्स एक शारीरिक, जैविक, भावनात्मक और मानसिक जरूरत है। उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाना ही ठीक है, क्योकि यह बिखरते दांपत्य को मजबूत और फूलता-फलता बनाने में मदद करता है। जरूरत है, दांपत्य में थोडे रोमांच, प्रेम व स्त्रेहपूर्ण व्यवहार की, क्योकि जिंदगी को एक-दूसरे से मुंह मो़डकर नहीं जिया जा सकता। आपस में बात जरूर करें। सैक्स से जुडे अपनी इच्छाएं, रूचियां, पसंद एक-दूसरे के साथ शब्दों के माध्यम से अवश्य बांटें, क्योकि इनके बिना आप एक-दूसरे को समझ नहीं पाएंगे।