हनुमान जंयती: जानें हनुमान जी क्यों चढ़ाया जाता है सिन्दूर
हनुमान जयंती एक हिन्दू पर्व है। यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता
है। इस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ माना जाता है। आज हनुमान जयंती है लोग हनुमान
मंदिर में दर्शन हेतु जाते है। कुछ लोग व्रत भी धारण कर बड़ी उत्सुकता और
जोश के साथ समर्पित होकर इनकी पूजा करते है।
चूँकि यह कहा जाता है कि ये
बाल ब्रह्मचारी थे इसलिए इन्हे जनेऊ भी पहनाई जाती है। हनुमानजी की
मूर्तियों पर सिंदूर और चांदी का वर्क चढाने की परम्परा है।
कहा जाता है
राम की लम्बी उम्र के लिए एक बार हनुमान जी अपने पूरे शरीर पर सिंदूर चढ़ा
लिया था और इसी कारण उन्हें और उनके भक्तो को सिंदूर चढ़ाना बहूत अच्छा
लगता है जिसे चोला कहते है। संध्या के समय दक्षिण मुखी हनुमान मूर्ति के
सामने शुद्ध होकर मन्त्र जाप करने को अत्यंत महत्त्व दिया जाता है।
हनुमान
जयंती पर रामचरितमानस के सुन्दरकाण्ड पाठ को पढना भी हनुमानजी को प्रसन्न
करता है। भगवान हनुमान को इन नामों से भी जाना जाता है
इन्द्र के वज्र से हनुमानजी की ठुड्डी (संस्कृत में हनु) टूट गई थी। इसलिये
उनको हनुमान का नाम दिया गया। इसके अलावा ये अनेक नामों से प्रसिद्ध है
जैसे बजरंग बली, मारुति, अंजनि सुत, पवनपुत्र, संकटमोचन, केसरीनन्दन,
महावीर, कपीश, शंकर सुवन आदि।
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