कभी कह दिया था मनहूस और आज..
कल्कि कोचलीन
लंदन में तीन साल पढ़ने के दौरान कल्कि को अपनी फीस देने के लिए काफी जदोजहद करना पड़ी। उन्होंने होटल में वेट्रेस के तौर पर काम किया। सिनेमा हॉल में पॉपकॉर्न बेचे। यहां तक कि मुंबई में लौटने के बाद उन्होंने थियेटर कंपनी में काम करना शुरू किया। कई ऑडिशन दिए। कहीं बात नहीं बनी, तो उन्होंने टेलीशॉपिंग के 20-25 मिनट तक चलने वाले एड भी किए। वक्त मुश्किल रहा मगर हार नहीं मानी, अपना एक अलग मुकाम बनाया और उसके बाद अपने सेक्सुअल एब्यूज़ के बारे में भी दुनिया के सामने खुलकर बात की।