मेथी के पत्तों 
का साग, रस व सूप रक्तवात गठिया, दृष्टिदोष...

मेथी के पत्तों का साग, रस व सूप रक्तवात गठिया, दृष्टिदोष...

भारतीय रसोईघर में लौंग का इस्तेमाल साधारणत: करी, सब्जी बनने में होता है। मेथी का औषधि रूप में इस्तेमाल प्राचीनकाल से ही आर्युवेद में खास स्थान है। मेथी स्वाद में कडवी है। परंतु मेथी के बहुत सारे औषधीय गुण भी हैं, जिसके बारे में शायद बहुत कम ही लोग जानते हैं कि मेथी में प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी आदि तत्व शामिल हैं। मेथी के पत्तों का साग, रस व सूप रक्तवात गठिया, दृष्टिदोष और वातजन्य रोगशामक है। सूखेी मेथी के बीजों की अपेक्षा मेथी की सब्जी कुछ ठंडी, पाचक, गर्भवती महिलाओं, वायुदोष के रोगियों के लिए अत्यंत हितकारी है।

मेथी, राई और अजवायन समान मात्रा में लेकर बारीक चूर्ण बनाकर उसमें आवश्यकतानुसार सेंधा नमक मिलाकर रख लें। पतला दस्त होने पर एक चम्मच चूर्ण पानी के साथ सेवन करें।

एक शोध के अनुसार, मेथी की सब्जी या मेथीदाने के सेवन से रोगों को लाभ मिलता है।

मेथी का काढा बनाकर उसमें दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से खांसी में आराम मिलता है।

मेथी के दाने बालों की जडों को मजबूत करते हैं और उसे पुनर्जीवित भी करते हैं इसमें प्रोटीन होता है, इसलिए मेथी दानों को अपनी डाइट में शामिल करने से आपके बाल खूबसूरत बनेंगे।

प्रतिदिन मेथी की सब्जी का सेवन करने से वायु, कफ और बवासीर में लाभ होता है।

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