बच्चा कम्प्यूटर गेम्स में खोया रहता है तो होशियार हो जाऎ!

बच्चा कम्प्यूटर गेम्स में खोया रहता है तो होशियार हो जाऎ!

क्या आपने अभी अपने बच्चे के जन्मदिन पर वीडियो गेम या फिर पीएसपी दिलवया है। तो अब आप सावधान हो जाइये क्योंकि अगर आपका बच्चा सारा दिन कम्प्यूटर गेम्स में खोया रहता है, तो वह आगे चल कर हिंसक हो सकता है। जी हां, यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि आंकडे कह रहे हैं।
समाचार पत्र डेली एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक साल 2010-11 के बीच प्राथमिक, माध्यमिक और विशेष विद्यालय के छात्रों को अपने साथी छात्रों और शिक्षकों पर हमला करने और अपशब्द कहने की वजह से 1,61,540 बार कक्षा से बाहर किया गया।

 आधिकारिक आंकडों के अनुसार 2010-11 के बीच पांच से 11 साल के 90 प्रतिशत छात्रों को रोजाना कक्षा से बाहर निकलने का आदेश दिया गया। शिक्षकों और व्याख्याताओं की समिति एटीएल की एलिसन शेरॉट ने यह बताया कि बच्चे हिंसा प्रधान कम्प्यूटर गेम्स की वजह से आक्रामक बन रहे हैं।
ब्रिटेन में विद्यालयों में बढती हिंसा को देखते हुए अपने साथी छात्रों और शिक्षकों पर हमला करने वाले पांच साल तक के छोटे बच्चों को हर रोज कक्षा से बाहर किया जा रहा है।

बच्चों को प्यार देना बहुत अच्छी बात है लेकिन उन्हें खतरनाक और हिंसक वाले कंप्यूटर गेम्स वगैरह मत दीजिये क्योंकि बच्चों का मन बहुत ही कोमल होता है और इन सब चीजों का प्रभाव उन पर बहुत गहरा पडता है।