कहीं दीमक आपके घर को ना खा जाएं
दीमक गरम, नमी वाली और अंधेरी जगह में रहती है। मानसून के दिनों में आप इसे खिडकी और दरवाजों के आसपास देख सकते हैं। यह संगठित तरीके सेविभिन्न जगहों पर आक्रमण करती है।
घर के भीतर कागज और लकडी जमा ना करें। दीमक के लिए सबसे उचित जगह लकडी का वह फर्नीचर है, जो दीवार से सटा कर रखा गया हो और जिस के आसपास आप रोज साफसफाई ना कर सकते हों।मसलन, दीवार की साइड, अलमारी का निचला हिस्सा आदि। इन स्थानों की दीमक को खत्म करने के लिए प्रभावी घोल जैसे टर्मिनेटर दीमक का प्रयोग सही होता है, जो ईकोफै्रंडली भी है।
अगर मड टनल में बने सूराख या दीवार में सीलन हो तो टर्मिनेटर का प्रयोग बडे स्तर पर करना आवश्यक है। यह दीमक के आक्रमण से बचाता है।
गटर की नियमित सफाई और देखरेख से पानी को घर के फाउंडेशन से दूर रखने में सहयोग मिलेगा।
अगर घर को सेव करवाने केलिए पेस्ट कंट्रोल कराने के बाद बातों पर भी अवश्य ध्यान दें।
अगर लकडी के फर्नीचर से पाउडर गिर रहा हो तो लकडी में छेद कर के सूई से दीमकरोधी घोल डालें।
दीमकरोधी घोल का प्रयोग ब्रश और स्प्रे द्वारा ही करें।
दवा के प्रयोग के बाद उस जगह को 7-8 घण्टे सूखने दे। उसके बाद पौलिश या पेंट करें।
दीमक रोधी घोल को किसी दूसरे पदार्थ के साथ ना मिलाएं ताकि इसकी क्षमता कम ना हो।
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