करवा चौथ: पूजा, मेहंदी और सरगी का महत्व
निर्जला व्रत करवा-चौथ में दिन भर निर्जला व्रत रखते हैं। शाम को गोधूली बेला में करवा चौथ की पूजा की जाती है। कथा होती है। पूजा की थाली को सभी महिलाओं में सात बार घुमाने की प्रथा होती है। इसके साथ ही उसी पूजा से चांद निकलने पर उसकी पूजा करते हैं और व्रत खोलते समय वही पानी पीते हैं। एक बार व्रत शुरू करने पर उसे बीच में तोडा नहीं जाता है।