जानें:शर्मिला टैगोर की कुछ रोचक बातों के बारे में...
कई लोग मानते हैं कि नवाब पटौदी ने ही शर्मिला के हुस्न पर
फिदा होकर उनसे प्यार का प्रस्ताव रखा होगा। लेकिन सच तो यह हैं कि दोनों
के प्यार ने नहीं क्रिकेट ने अपना खेल दिखाया था। नवाब पटौदी को प्यार से
लोग टाइगर कहते थे। दोनों की पहली मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। पहली
मुलाकात में शर्मिला को पता चला कि टाइगर पटौदी को फिल्मों का शौक नहीं है
लेकिन शर्मिला की दिलकश और मन मोहक मुस्कान ने टाइगर का दिल जीत लिया। वक्त
गुजार और धीरे-धीरे दोनों की मुलाकातों का सिलसिला बढता गया। और कुछ ही
दिनों में विश्व विख्यात क्रिकेट खिलाडी नवाब मंसूर अली खान शर्मिला के
हाथों कैच आउट हो गए। वहीं अफवाहें उठने लगीं कि आज नहीं तो कल दोनों
एक-दूजे के हो जाएंगे और फिर दिन आया सगाई का। लेकिन सगाई के बाद आई वह
फिल्म जो दोनों के रिश्तों की नींव तय करने वाली थी। सगाई हो जाने के बाद
जब ऐन इवनिंग इन पेरिस की पब्लिसिटी मार्केट में आई और लोगों ने अभिनेत्री
शर्मिला को बिकिनी में देखा, तब कई लोगों को यह यकीन हो गया था कि अब
शर्मिला-नवाब की सगाई टूट जाएगी। नवाब का खानदान अपनी बहू को इस तरह जिस्म
की नुमाइश करते नहीं देख पाएगा, लेनिक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। शर्मिला और
नवाब का प्यार इतना कमजोर नहीं था कि इतनी आसानी से टूट जाये। इस प्यारभरे
रिश्ते की टूट जाने की भविष्यवाणी करने वाले अंतत: गलत ही साबित हुए और
दोनों की 1968 के दिसंबर में शादी हुई। नवाब मंसूर अली खान पटौदी और
शर्मिला टैगोर की जोडी को बॉलीवुड की एक आकर्षक और आदर्श जोडी माना जाता
है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नवाब पटौदी से शादी के बाद शर्मिला
टैगोर ने अपना नाम आयशा सुलतान रख लिया था।