जानिये:पंडित जवाहरलाल नेहरू की रोचक बातों के बारे में
मोतीली जी के घर में कभी भी किसी प्रकार की धार्मिक कट्टरता और भेद-भाव
नहीं बरता जाता था। जवाहरलाल बालसुलभ जिज्ञासा और कौतूहल से धार्मिक रस्मों
और त्यौहारों को देखा करते थे। नेहरू जी परिवार में कश्मीरी त्यौहार भी
बडे ही धूम-धाम से मनाया जाता था। नेहरू जी को मुस्लिम त्यौहार भी बेहद
अच्छे लगते थे। धार्मिक रस्मों और आकर्षण के बावजूद जवाहर के मन में
धार्मिक भावनाएं विश्वास न जगा सकी थीं। बचपन में जवाहर का अधिक समय उनके
यहां के मुंशी मुबारक अली के साथ ही गुजरता था। मुंशी जी गदर के सूरमाओं और
तात्याटोपे तथा रानी लक्ष्मीबाद की कहानियां सुनाया करते थे। नेहरू जी को
वे अलिफलैला की एवं औरदसूरी कहानियां भी सुनाते थे।