अमृतसर जहां अमृत बरसता है

अमृतसर जहां अमृत बरसता है

अमृतसर सांप्रदायिक सद्भाव की जीती-जागती मिसाल है और लजीज पंजाबी व्यंजनों की नगरी भी। सिख धर्म के सबसे प्रमुख और पवित्र तीर्थ अमृतसर की स्थापना गुरू अमरदास जी ने की थी। इसके प्राकृतिक और पवित्र सौंदर्य से अभिभूत होकर उन्होंने इसका चयन किया। कई सिख विद्वानों के अनुसार इस स्थल के चयन के बाद गुरू अमरदास जी स्वयं चतुर्थ गुरू रामदास जी, बाबा बुड्डा जी और अन्य सिख संतों को साथ लेकर यहां पहुंचे। आसपास के हजारों ग्रामीण भी वहां एकत्रित हुए और एक नगर बसाने के लिए आरदास की गई। गुरू अमरदास जी अपने हाथों से पहला नींव का पत्थर रखा। ‘रिपोर्ट श्री हरमिंदर साहिब’ में इस नगर का नींव का पत्थर रखने की तिथि 1564 ई. बताई गई है। लेकिन इस तिथि के बारे में सिख विद्वानों के विभिन्न मत हैं। जिस स्थल पर शहर का पहला नींव का पत्थर रखा गया था वहां पहले गुरू का महल बना। यह पावन स्थल गुरू रामदास जी, गुरू अर्जुन देव जी और गुरू हरगोविंद जी महाराज का निवास स्थान बना।

#काली मिर्च से आकस्मि धन प्राप्ति के उपाय