जानिये:सावन में पूजा और महत्व के बारे में...

जानिये:सावन में पूजा और महत्व के बारे में...

पुण्यफल प्राप्त
वाराणसी के पंचगंगा घाट के ऊपर मंगली गौरी का सुप्रसिद्ध मंदिर है। पुराणों में तो यहां तक लिखा है कि मंगला गौरी की परिक्रमा से संपूर्ण पृथ्वी की प्रदक्षिण करने का पुण्यफल प्राप्त होता है। सावन मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया को पूर्वांचल में कजीलीतीज का पर्व मनाया जाता है।
यह वहां का प्रसिद्ध लोकोत्सव है। विवाहित बेटियों को इस अवसर पर मायके में आमंत्रित किया जाता है। इस दिन वे बडे चाव से हाथ-पैरों में मेहंदी लगाती हैं। नए वस्त्र-आभूषण धारण कर पारंपरिक लोकगीत गाते हुए झूला झूलती है।

#ये बातें भूल कर भी न बताएं गर्लफ्रेंड को...