करवा चौथ पर सरगी का महत्व
इस दिन महिालाओं
रात्रि के समय चन्द्रमा के निकलने के बाद चन्द्रमा को अघ्ये देकर उसकी
पूजा करती हैं। फिर छलनी से चंद्र दर्शन के बाद उसी छलनी से अपने पति
काचेहरा देखकर पति के हाथों से जल पीकर अपने व्रत को पूर्ण करती है।
इस दिन महिालाओं
रात्रि के समय चन्द्रमा के निकलने के बाद चन्द्रमा को अघ्ये देकर उसकी
पूजा करती हैं। फिर छलनी से चंद्र दर्शन के बाद उसी छलनी से अपने पति
काचेहरा देखकर पति के हाथों से जल पीकर अपने व्रत को पूर्ण करती है।