जन्माष्टमी है: पवित्र और खास
श्री कृष्ण जन्माष्टमी का दिन बडा ही
पवित्र और खास है जैनियों के भावी तीर्थकर और वैदिक पंरपरा के नारायण
श्रीकृष्ण के अवतरण का दिन है इस दिन कृष्ण ने पूरी दुनियां को कर्मयोग का
पाठ पढाया। उन्होंने प्राणीमात्र को यह संदेश दिया कि केवल कर्म करना
मनुष्य का अधिकार है। इंसान सुख और दुख दोनों में भगवान का स्मरण करता है।
भगवान
श्रीकृष्ण को सोलह कलाओं का अवतार माना जाता है। यह सच है कि कृष्ण ने
सामज के छोटे से छोटे व्यक्ति का सम्मान बढाया, जो जिस भाव से कृष्ण के पास
सहायता के लिए आया उन्होंने उसी रूप में उसी इच्छा पूरी की।