जानें:गणगौर पूजा के महत्व के बारे में...
गणगौर की पूजा में गाये जाने वाले लोकगीत इस अनूठे पर्व की आत्मा है। इस पर्व में गवरजा और ईसर की बडी बहन और जीजाजी के रूप में गीतों के माध्यम से पूजा होती है तथा उन गीतों के बाद अपने परिजनों के नाम लिए जाते हैं। राजस्थान के कई प्रदेशों में गणगौर पूजन एक आवश्यक वैवाहिक रस्म के रूप में भी प्रचलित है।