अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया का महत्व

हिंदू धर्म की मान्यताओं अनुसार वर्ष की कुछ तिथियां बडी ही शुभ मानी जाती है। यह माना जाता है कि ये तिथियां शुभ फलों को प्रदान करती हैं क्योंकि चोरों युगों अर्थात सत्ययुग, त्रेतायाुग, द्वारपर युग और कलियुग में से त्रेतायुग की शुरूआत अक्षय तृतीया के दिन से ही हुई थी। इसलिए इस तिथि को युग के आरंभ की तिथि यानी युर्गाद तिथि भी कहा जाता है। अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुल्क पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है। वैसे तो सभी बारह महीनों को शुक्ल पक्षीय तृतीय शुभ होती है, किंतुल वैशाख माह की तिथि स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में मानी गई है। अक्षय तृतीया का पर्व वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।

#हर मर्द में छिपी होती है ये 5 ख्वाहिशें