पति-पत्नी की खट्टी-मीठी शिकायतें
जन्मदिन या सालगिरह भूल जाने पर इतनी इमोशनल क्यों हो जाती हैं, हर साल तो आती है, यदि भूल गए, तो कौन-सा पहाड टूट पडा! बात मनवानेका इनका बडा ही प्रभावशाली अस्त्र है आंसू, जो हमेशा गंगा-जमुना की तरह आंखों में भरे ही रहते हैं। पडोसी या अपनी कलीग से पति की तुलना करना इनकी दिनचर्या में शामिल है कुछ कहो, तो बाल की खाल निकालकर रख देती हैं।