पति-पत्नी की खट्टी-मीठी शिकायतें

पति-पत्नी की खट्टी-मीठी शिकायतें

पत्नी की शिकायतें
ऑफिस जानेवाले पतियों को मोजे, घडी, रूमाल जैसी चीजों के लिए भी पत्नी की मदद चाहिए। अपने माता-पिता के आदर्श बेटे ये कहलाते हैं। पर शादी के बाद इनको फर्ज इतना रह जाता है कि पत्नी से पूछते रहें- अम्मा-बाबूजी ने खाना खा लिया! उन्हें दवा दे दी, डॉक्टर से बात कर ली, उनका चश्मा ठीक करवा दिया आदि-आदि।