दहेज की मांग से कैसे निबटें
वह बहु द्वारा दर्ज शिकायत की कॉपी ले कर उसके घर जाता है। हालात का जायजा लेता है। शिकायत दर्ज कराने वाली बहू से मिलता है। वह जिस-जिस के नाम सताने वाले के रूप में दर्ज कराती है, उन सबके नाम लिख कर कोर्ट में रिपोर्ट फाइल करता है। उन सबके नाम समन भेजा जाता है। प्रोटेक्शन ऑफिसर की यह जिम्मेदारी होती है। कि वह बहू को पूरी सुरक्षा देने का ध्यान रखे। उसे घर में आश्रय दिलाया उसका ही काम है। इसके बाद बहू को ना तो सताया जा सकता है, ना ही जला सकते हैं, क्योंकि कोर्ट ने हस्तक्षेप करके सुरक्षा दिलायी है।