दहेज की मांग से कैसे निबटें
किसी भी अदालत में चहे वह फैमिली कोर्ट हो, सिविल कोर्ट हो या क्रिमिनल कोर्ट, यहां आनेवाले ज्यादातर घरेलू मामलों की जड में समस्या दहेज हे। शादी के समय दहेज की मांग दबी-ढकी होती है, लेकिन विवाह के बाद ससुरालवाले खुल कर दहेज की मांग को लेकर लडकी को परेशानी करते हैं या कम दहेज देने की शिकायत करते हैं। दहेज को लेकर उनकी चाहतें उस वक्त तो खुलकर सामने नहीं आती हैं, पर शादी के तुरंत बाद मांगें पूरी ना होने पर वे बहू को सुनाना और सताना शुरू करते हैं। वे तंग इसीलिए करते हैं कि या तो मांगें पूरी करो या अपने घर वापस जाओ।