रूमानियत भरे मौसम में हो जाएं बेईमान...
मौसम जब बेईमान है तो भला ये बदतमीज दिल भी कहां मानने वाला है। इसलिए मौसम की नजाकत को देखते हुए थोडी शरारत तो बनती है।
मौसम जब बेईमान है तो भला ये बदतमीज दिल भी कहां मानने वाला है। इसलिए मौसम की नजाकत को देखते हुए थोडी शरारत तो बनती है।