कैसे करें असली और नकली आलू की पहचान, मार्केट में हो रही है मिलावट

कैसे करें असली और नकली आलू की पहचान, मार्केट में हो रही है मिलावट

मार्केट में उपलब्ध आलू अक्सर केमिकल्स से उपचारित होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इन आलू में प्रिजर्वेटिव्स, फंगिसाइड्स और अन्य रसायनों का उपयोग किया जाता है ताकि वे लंबे समय तक ताजगी बनाए रखें। इन केमिकल्स से आलू की गुणवत्ता खराब हो सकती है और सेवन करने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इन आलू में मौजूद केमिकल्स से एलर्जी, पाचन समस्याएं, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, जैविक आलू का चयन करना उचित होगा, जो केमिकल्स से मुक्त होते हैं और स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित होते हैं। इसके अलावा, घर पर उगाए गए आलू भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

धोकर देखें
नकली आलू की पहचान करने के लिए सबसे पहले आलू को धो लें। यदि आलू पर केमिकल्स का लेप है, तो धोने से वह निकल जाएगा और आलू का असली रंग दिखाई देगा।

काटकर देखें
आलू को काटने से उसके अंदर का रंग दिखाई देगा। यदि आलू के अंदर का रंग सफेद या पीला है, तो वह असली है, लेकिन यदि रंग हरा या काला है, तो वह नकली हो सकता है।

रंग से पता लगाएं
आलू का रंग भी उसकी पहचान करने में मदद करता है। असली आलू का रंग भूरा या लाल होता है, जबकि नकली आलू का रंग अक्सर सफेद या पीला होता है।

आकार और बनावट
आलू का आकार और बनावट भी उसकी पहचान करने में मदद करता है। असली आलू का आकार अनियमित होता है, जबकि नकली आलू का आकार अक्सर गोल या अंडाकार होता है।

वजन
आलू का वजन भी उसकी पहचान करने में मदद करता है। असली आलू का वजन अधिक होता है, जबकि नकली आलू का वजन कम होता है।

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