रोमांस आनंद कैसे मिले...

रोमांस आनंद कैसे मिले...

रोमांस से पहले शरीर को समझना बहुत ही जरूरी है क्योंकि रोमांस शरीर की अनुकूलता पर ही निर्भर करता है। शरीर के सारे अंग संवेदनशली नहीं होते हैं। संवेदनशील अंगों को ही सहलाने या चूमने से उत्तेेजना और इच्छोओं का प्रवाह शरीर में होता है। आपके शरीर की पूरी ऊर्जा दो जगहों पर ही केन्द्रित होती है। पहली तो नाभि के ठीक नीचे और दूसरी रीढ के आखिरी छोर पर।