घरेलू नुस्खों से सांवली-सालोनी रूप में लगाएं चार-चांद
हमारे भारतीय संगीत और साहित्य में सांवले लोगों के रूप का बहुत बखान किया
गया है। इस रंग वाले लोग अधिक आकर्षक लगते हैं। त्वचा का रंग
सामान्यत...आनुवंशिक गुणों पर निर्भर करता है। त्वचा को रंग केलामोसाइटिस
नामक कोशिकाओं द्वारा मिलता है। यह कोशिकाएं मेलानिन नामक पदार्थ का
निर्माण करती हैं जो त्वचा के रंग के लिए उत्तरदायी हैं। रंग देने वाली इन
कोशिशकाओं पर बाहरी प्रभाव पडने से भी प्राय: बदलाव आता है। यह कोशिकाएं
धूप से प्रभावित होती हैं जिससे इनकी सक्रियता बढ जाती है।
परिणामत-
त्वचा का रंग सांवला या काला हो जाता है। सांवली रंग की महिलाएं हीनभावना
की शिकार हो जाती हैं जिससे उसके शारीरिक तथा मानसिक विकास पर प्रभाव पडता
है। लेकिन सौंदर्य विशेषज्ञों को कहना है कि सांवला रंग कुरूपता या ईश्वर
का अभिशाप नहीं है। किसी की पहचान उसके रूप से नहीं, गुणों द्वारा होती है।
फिल्मी दुनिया की अनेक हीरोइनें सांवल होने के बावजूद सुंदर, आकर्षक और
काफी लोकप्रिय हैं। इसलिए सांवली होने पर मन में हीनभावना ना लाएं, बल्कि
त्वचा की विशेष रूप से देखभाल करें। साथ ही साथ शारीरिक स्वास्थ्य एवं
सुडौलता पर भी ध्यान दें।