अपने सपनों के महल को जूट से सजाएं

अपने सपनों के महल को जूट से सजाएं

पहले के जमाने में जहां जूट केवल रस्सियां बनाने के काम आता था वहीं आज घर की सुन्दरता के लिए अनके चीजों में इसको काम में लिए जाता है।

शुरू में जूट का प्रयोग सिर्फ रस्सी के रूप में होता था। लेकिन नई तकनीकों से इसके प्रयोग में चैनज हुए और इसे कपडे और कालीनों के रूप मे बुना जाने लगा। वहीं इसी क्रम में जूट का प्रयोग पैकेजिंग और थैलों के रूप में भी होने लगा।

नए प्रयोग जूट की बनी चटाइयों और दरियों का हम काफी समय से प्रयोग करते आ रहे हैं, लेकिन जूट पर अलग-अलग और नए प्रयोग कर के इसे काफी मुलायम और अनेक कलरों वाला बना दिया गया है। अब दरियां पहले की तरह सादी नहीं, बल्कि तरह-तरह की अति सुन्दर डिजाइनों में बनाई जाने लगी हैं। दसियां पारंपरिक रूप से गांवों में बनती हैं, लेकिन अब इनमें आधुनिकता का भी रंग दिखता है। जूट का खिडकियों और दरवाजों पर भी प्रयोग किया जा सकता है।

जूट का प्रयोग इंटीरियर और ऎक्सेसरीज में यूज

जूट को अन्य धागों के साथ मिलाकर अपहोलस्ट्री के कपडों के रूप में प्रयोग किया जाने लगा है। अपनी चमक, गरमी, आग के प्रतिरोधी और सस्ता होने के कारण यह लोगों की पहली पसंद बन चुका है। फर्नीचर के साथ व परदों के रूप में सज कर जूट बहुत अच्छा लगता है।

जूट का कलर भूरे होने की वजह से इससे मनचाहे रंग में बदल दिया जाता है और जरूरत के अनुसार चमकदार, सॉफ्ट, हल्का भी बनाया जा सकता है। जूट के बने बैग हर ड्रैस के साथ फिट एण्ड मैच करते हैं।

जूट के कुशनकवर व वॉल हैंगिंग से मार्केट पटा पडा है। कुशन कवर के डिजाइनों में भी विविधता है। इन्हें कढाई एप्लीक और ब्लौक प्रिंटिंग से सजाया जाता है। जूट के बने सामान पर नित नए प्रयोग होते हैं।