घर व बागबगीचों की शोभा बढता झूला
बागबगीचों से होता हुआ झूला अब घर का एक हिस्सा बन गया है। एक छोटी सी बालकनी से लेकर लिविंगरूम या हौल तक झूले ने अपनी एक खास जगह बना रखी है। सुबह की चाय से शुरू होने वाले हल्के-हल्के झोंकों के सफर को बडों से ले कर बच्चों तक सभी एंजॉय करते हैं। इसीलिए आजकल सभी अपने घर में जगह के मुताबिक झूला लगाना पसंद करते हैं।