इन आसान तरीकों से बढ़ाई जा सकती है बच्चों की लम्बाई, खानपान पर दें विशेष ध्यान
हर माँ-बाप अपने बच्चे की हाइट
को लेकर खासा चिंतित नजर आता है। हाइट कैसे बढ़ाई जाए, ये सवाल हर समय
उनके मन में दौड़ता रहता है। खासतौर से इस बात को लेकर वे लोग ज्यादा चिंतित
होते हैं, जिनकी हाइट उम्र के हिसाब से कम रह जाती है। बच्चों
की लम्बाई कम रह जाने से न सिर्फ माता-पिता ही परेशान नहीं होते अपितु
बच्चों में स्वयं
भी आत्मविश्वास की कमी आ जाती है। लोग इसे अपने आत्मसम्मान से जोड़ लेते
हैं। वैसे यह
कोई चिंताजनक विषय नहीं है। बच्चों की लम्बाई को बढ़ावा आसान है इसके लिए
कोई दवा या ट्रीटमेंट लेने के बजाए घर बैठे ही प्राकृतिक तरीकों जैसे योग,
एक्सरसाइज और घरेलू उपाय से अपनी हाइट बढ़ा सकते हैं।
अच्छी ऊंचाई केवल शारीरिक लाभ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हाई आईक्यू और
जीवन के प्रति अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण से भी जुड़ी है।
हाइट को प्रभावित करने वाले फैक्टर
हमारी
लंबाई तय करने में
जेनेटिक और नॉन -जेनेटिक
फैक्टर्स की महत्वपूर्ण भूमिका
है। लेकिन अगर आप अपनी
जीवनशैली में छोटे-छोटे
बदलाव और घरेलू नुस्खों
को अपनाएंगे तो हाइट बढ़ने
की संभावना ज्यादा बनेगी।
जेनेटिक
फैक्टर
– जेनेटिक
फैक्टर पैरेंट्स से जुड़ा होता
है। अगर घर में
माता-पिता की हाइट
ज्यादा है, तो बच्चे
की हाइट अच्छी होनी
की संभावना ज्यादा होती है, लेकिन
अगर पैरेंट्स की हाइट कम
है तो अधिकतर मामलों
में बच्चे की हाइट कम
रह जाती है।
नॉन
-जेनेटिक
फैक्टर्स
– नॉन
-जेनेटिक फैक्टर्स भी आपकी हाइट
को काफी हद तक
प्रभावित करते हैं। शारीरिक
गतिविधियों में कमी, अपर्याप्त
पोषण, डिलीवरी से पहले और
बाद में ठीक देखभाल
न होना, सही पॉश्चर न
होना आदि भी हाइट
को प्रभावित करते हैं। इसके
अलावा बचपन और किशोरावस्था
के दौरान बार-बार बीमार
होना, बचपन और किशोरावस्थ
के दौरान मानसिक स्थिति जैसे कारण भी
लंबाई को प्रभावित करते
हैं। विशेषज्ञों के अनुसार बचपन
से ही एक स्वस्थ
जीवनशैली का पालन करके
नॉन-जेनेटिक फैक्टर्स को एक हद
तक नियंत्रित किया जा सकता
है।
डॉक्टर्स की मानें तो सही उम्र में बच्चों की हाइट बढ़ना या यह कहें कि
पर्याप्त लंबाई बढ़ना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि हाइट बढ़ने का संबंध
उनके शारीरिक विकास से होता है, जो कि उनमें किसी तरह की कमी होने से यह
लंबाई बढ़ नहीं पाती है, यदि आप भी अपने बच्चे की कम हाइट को लेकर परेशान
हैं, या आपके बच्चे की उम्र बढ़ती जा रही है, लेकिन हाइट नहीं बढ़ पा रही
हैं तो
आज हम अपने ऐसे पाठकों को कुछ सामान्य जानकारी देने जा रहे हैं, जिनके
सहारे वे अपने
बच्चे की लम्बाई बढ़ाने का प्रयास कर सकते हैं।
बच्चों की लम्बाई बढ़ाने के लिए जरूरी कदम
रोज खिलायें दूध, दही
हाइट बढ़ाने के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स अच्छा तरीका है। दूध, पनीर और दही
जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम, विटामिन ए, बी, डी और ई अच्छी मात्रा
में मौजूद होता है। दूध भी प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत है, जो शरीर में
कोशिका वृद्धि में मदद करता है। हाइट बढ़ाने के लिए रोजाना दही खाना भी
बेस्ट है।
नियमित रूप से दें अंडा
अगर आप अपने बच्चे की हाइट बढ़ाना चाहते हैं, तो रोजाना उसे अंडा खिलाएं।
अंडे में विटामिन, कैल्शियम, विटामिन बी 12 और राइबोफ्लेविन भरपूर मात्रा
में मौजूद रहता है। अगर आप अपने बच्चे को फैट से दूर रखकर लंबाई बढ़ाना
चाहते हैं तो उसे केवल एग वाइट खिलाएं न कि अंडे
का पीला हिस्सा जिसे यॉक कहते हैं। एग वाइट में 100 प्रतिशत प्रोटीन होता
है, जो हाइट बढ़ाने के लिए जरूरी है, जबकि यॉक में फैट ज्यादा रहता है।
केला
केला आपके बच्चे की हाइट और हेल्थ बढ़ाने के लिए काफी है। इसमें मौजूद
पोटेशियम, मैगनीज और कैल्शियम से भरपूर है, जो आपके बच्चे की हाइट तेजी से
बढ़ाता है।
सोयाबीन
सोयाबीन एक और पौष्टिक भोजन है जो हाइट और हेल्थ बढ़ाने में मदद करता है।
सोयाबीन में भरपूर मात्रा में मौजूद प्रोटीन, फॉलेट, विटामिन,
कार्बोहाइड्रेट और फाइबर
मौजूद होता है। हाइट बढ़ाने के लिए सोयाबीन से बना टोफू भी अच्छा तरीका है।
हरी सब्जियों का सेवन
विटामिन ए, बी, सी, आयरन, मैग्नीशियम तथा कैल्शियम से भरपूर हरी सब्जियों
को बच्चे के भोजन में शामिल करें। जैसे- बींस, मैथी, भिंडी, मटर, पालक तथा
अन्य पत्तेदार सब्जियों को खिलाएं। हरी सब्जियां विटामिन और फाइबर में
समृद्ध हैं। ये सभी तत्व बच्चे हो या बड़े समग्र विकास के लिए जरूरी है।
हरी सब्जियों को डाइट में शामिल कर हेल्थ के साथ हाइट भी तेजी से बढ़ाई जा
सकती है।
ड्राई फ्रूट्स खिलायें
दिमाग को पोषण देने वाले तथा शारीरिक विकास में बेहद अहम माने जाने वाले
सूखे मेवे यानी अखरोट, खजूर, बादाम, पिस्ता, किशमिश आदि चीजों को उनके भोजन
में शामिल करें, ताकि बच्चे को प्रोटीन तथा आवश्यक मिनरल्स भी मिलें,
जिससे कि शारीरिक विकास भी तेजी से हो सके।
नियमित रूप से पिलायें दूध
बच्चे की लंबाई बढ़ाने में सबसे अधिक सहायक प्रोटीन, कैल्शियम अन्य पोषक
तत्वों की आपूर्ति के लिए दूध को उनके हाइट में अवश्य
ही शामिल करें, ताकि वे स्वस्थ और तंदुरुस्त बने रहे। उम्र चाहे कोई भी हो,
दूध सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है, क्योंकि ये हमारी हड्डियों का विकास
करता है, इसलिए हाइट बढ़ाने में भी ये बहुत मददगार है। दूध में अच्छी
मात्रा में कैल्शियम, विटामिन ए और प्रोटीन मौजूद रहता है, जो शरीर के
समग्र विकास के लिए बेहद जरूरी है। अपनी ऊंचाई को कुछ इंच बढ़ाने के लिए
रोजाना कम से कम दो से तीन गिलास दूध जरूर पीएं। इसके अलावा आप चाहें तो
दही, पनीर, क्रीम जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी कर सकते हैं, निश्चित
रूप से इससे भी आपकी हाइट में कुछ इंच का इजाफा जरूर होगा।
फायदेमंद है सेम
शरीर में मौजूद ग्रोथ हार्मोन को उत्तेजित करने के लिए बीन्स यानि सेम काफी
फायदेमंद है। ढेर सारे फाइबर से समृद्ध सेम पके या उबले हुए हो सकते हैं,
जो आपकी हाइट बढ़ाने के लिए बहुत अच्छे हैं।
बाहर खेलने दें
खेलकूद, व्यायाम, दौड़ को बच्चे के दैनिक रूटीन में शामिल करें। बच्चे को
शारीरिक श्रम से परिचित कराएं ताकि उसके शरीर की विकास प्रक्रिया तेज हो,
जिससे रक्त
संचार बढ़ने के साथ ही मानसिक और शारीरिक विकास तेजी से होगा। बच्चे को
बाहर खेलने और एक्सरसाइज करने के लिए प्रोत्साहित करें। एक्सरसाइज करने से
उनकी मासंपेशियां मजबूत होंगी और बाहर खेलने से वे धूप के संपर्क में
आएंगे, जिससे उन्हें विटामिन डी मिलेगा, जो उनकी हड्डियों के विकास के लिए
बहुत जरूरी है।
लेने दें पूरी नींद
एक शोध के अनुसार बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास का नींद से गहरा संबंध
है। क्योंकि बच्चे जब सोते हैं, तब उनका विकास हो रहा होता है और कोशिकाएं
इस दौरान नए ऊतकों का निर्माण करती हैं।
हाइट बढ़ाने के लिए बच्चे की नींद पर ध्यान दें। विशेषज्ञों के अनुसार
भरपूर नींद भी हाइट बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। इसलिए जरूरी है कि बच्चे
की 10 से 12 घंटे की नींद पूरी हो।
रस्सी कूदने दें
बच्चों की बढ़ती उम्र में रस्सी कूदना भी हाइट बढ़ाने के लिए बेहतरीन
एक्सरसाइज है। खेल-खेल में ही यह हाइट बढ़ाने का एक खास तरीका है।
ऊँचाई को पकड़ने का प्रयास करें
एक्सरसाइज के जरिए भी आप बच्चे भी हाइट बढ़ा सकते हैं, इसके लिए लटकना एक
सबसे बेहतरीन एक्सरसाइज है। ये जहां हाथों की ताकत को बढ़ाएगी, वहीं लंबाई
बढ़ाने में भी मददगार साबित होगी। पहले के समय में
घरों में डांट हुआ करते थे, जो सामान रखने के काम आते थे, माताएँ बच्चों को
उस डांट
को पकड़कर लटकने के लिए कहती थीं। अब यह सुविधा घरों में नहीं है इसलिए
बच्चों को बालोद्यान
में लगे रिंग्स को पकड़कर लटकाना चाहिए।
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