घर का डॉक्टर है आंवला
आंवला, कसैला, मधुर, शीतल, त्रिदोषनाशक होता है। यह अम्लरस के कारण वात को, मधर व शीतवीर्य के कारण पित्त को और रूक्ष तथा कषाय होनेे के कारण कफ को नष्ट करता है। इसलिए यह त्रिदोषनाशक है। इसके नियमित सेवन से आंखों की रोशनी बढती है।
आंवला, कसैला, मधुर, शीतल, त्रिदोषनाशक होता है। यह अम्लरस के कारण वात को, मधर व शीतवीर्य के कारण पित्त को और रूक्ष तथा कषाय होनेे के कारण कफ को नष्ट करता है। इसलिए यह त्रिदोषनाशक है। इसके नियमित सेवन से आंखों की रोशनी बढती है।