स्वस्थ और सुन्दरता के प्राकृतिक स्त्रोत
बिना खर्च किये ही थोडी-सी सावधानी और सूझबूझ बरतने से प्राकृतिक सुन्दरता प्राप्त की जा सकती है। आप जितना अधिक पानी पी सकती हैं, पियें। एक गिलास सवेरे, एक गिलास नाश्ते के बाद, दो-तीन गिलास दोपहर व एक गिलास शाम की चाय और खाने से पहले और एक दो गिलास रात को बिस्तर पर जाने से पहले कम से कम इतना पानी तो आपको रोज पीना ही चाहिए। इससे आपकी आंखें शीशे की तरह चमक उठेंगी, मसूडे स्वस्थ हो जायेंगे। साथ ही आपकी रक्त क्रिया में भी फुर्ती आ जाएगी और पेट की बीमारियों से काफी हद तक बची रहेंगी। जिसका प्रभाव शीघ्र ही आपके ताजगी भरे चेहरे पर आने लगेगा। यदि आप मुंहासों से परेशान हैं तो मुंहासों को चिरायता से दूर किया जा सकता है।
बाजार से आप थोडा-सा चिरायता ले आइये और उसे आवश्यकतानुसार एक गिलास पानी में मिला लीजिए व उबलने रख दीजिए। उसे तब तक उबालें जब तक कि पानी का कलर चाय की तरह भूरा ना हो जाए। अब उस साफ शीशी में भरकर रख लीजिए व कुछ दिन सुबह खाली पेट एक-एक चम्मच इस्तेमाल कीजिए। कुछ ही दिन में आपके मंहुसे निकालने बंद हो जायेंगे और कई छोटे-मोटे बीमारियां चिरायता लेने के कारण दूर हो जाएंगे। क्योंकि चिरायता रक्त साफ करता है और शुद्ध रक्त स्वास्थ्य की पहली जरूरत है। चेहरे पर चमक लाने के लिए किसी अच्छे से साबुन से अपने चेहरे को धो लें फिर अपनी दोनों हथेलियों पर जैतून के तेल की कुछ बूंदें डालकर उन्हें आपस में रगडने के पत् ठण्डे पानी की कुछ बंदें डालकर दोनों हथेलियों के बीच अपना चेहरा लेकर धीरे-धीरे मलें और कुछ समय ऎसे ही मलती रहें। जब आपको अपने चेहरे में कुछ चमक लगे तो किसी मुलायम रोयेंदार तौलिये से अपना चेहरा अच्छी तरह साफ कर लें। यदि आपके घर में गुलाब का पौधा मौजूद हो, तो आपको लिपस्टिक खरीदने की आवश्यकता ही नहीं है। लाल या गुलाब पंखुडियों को गुलाबजल में डुबोएं और फिर अपने होठों व गालों पर हल्केहल्के हाथ से मलें, जरा-सी देर में आपके होंठों व गालों पर प्रकृति की स्वाभाविक लाली उभर आएगी। सौन्दर्य में आंखों की भी महत्तपूर्ण भूमिका होती है।
रात को आंखों को धोकर सोने के समय आंखों में गुलाबजल डालें इससे आप नींद का पूरा फायदा उठा पायेंगी और आपकी आंखों में चमक हमेशा बनी रहेगी। स्वस्थ शरीर के लिए नींद बेहद जरूरी है। सोते समय शरीर को पूर्णतया बन्धन युक्त चीजों से मुक्त करके सोएं, जिससे शरीर के हर अंग को आराम मिल सके। बिस्तर में जाते समय यह बात ध्यान में रखें कि कोई चिंता या कडवाहट मन में ना हो। ठण्डे पानी का स्त्रान शरीर का यौवन लम्बे समय तक बनाये रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि आपको गुनगुने पानी से स्त्रान की आदत है तो नहाने से पहले सरसों के तेल की मालिश अवश्य करें और अन्त में एकबात और कि सौन्दर्य व स्वास्थ्य के लिए सौ दवाओं की एक दवा है आपकी मुस्कान। हमेशा खुश रहें।