Happy रिलेशनशिप secrets
हंसना और हंसाना हर किसी के लिए अच्छा है। लेकिन कपल्स के सालों तक निभने वाले खूबसूरत रिश्ते की वजह भी खिल खिलाकर हंसना ही है। कई स्टडीज भी बताती हैं कि खुशनुमा लम्हे ही रोमांटिक रिलेशनशिप में नजदीकियों को बरकरार रखते हैं: क्या आपको मालूम है कि मिशेल और बराक ओबामा की सालों पुरानी हैप्पी मैरिड लाइफ का सीकेट क्या हैक् मिशेल का कहना है कि हंसी ने उनके रिश्ते को अब तक खूबसूरत बना कर रखा है। बकौल मिशेल, घर में हम खुद को ज्यादा सीरियसली नहीं लेते और साथ-साथ खूब हंसते हैं। अभी भी हम साथ-साथ मस्ती करने के तरीके तलाश ही लेते हैं। हम एक-दूसरे को हंसाते रहते हैं। खास बात यह है कि हंसने-हंसाने के इस सिलसिले की वजह से ही ओबामा रोमांटिक बने रहते हैं। यही नहीं, वह बर्थडे जैसी डेट्स भी याद रखते हैं। गौरतलब है कि महिलाओं को पुरूषों से सबसे ब़डी शिकायत यही रहती है कि वे इंपॉटेंट डेट्स भूल जाते हैं। अक्सर इस मसले पर कपल्स में खूब चिल्लपों भी मचती है। ऎसे में अगर लाफ्टर वाली मेडिसिन से यह शिकायत दूर हो जाए, तो फिर बात ही क्या है!
पॉजिटिव इमोशनल क्लाइमेट
हंसी से दो लोगों के बीच एक पॉजिटिव इमोशनल क्लाइमेट बनता या रिस्टोर होता है। यही नहीं, इससे एक सेंस ऑफ कनेक्शन भी डिवेलप होता है। कोई अगर कहता है कि किसी की कंपनी उसे पसंद है, तो इसकी वजह यही होती है कि वह कंपनी उसे हंसने-मुस्कुराने के मौके देती है। फिर यही हंसी रिश्ते में नजदीकियां लाती है। शोध के मुताबिक, पुरूष उस महिला को ज्यादा पसंद करते हैं, जो उनकी प्रजेंस में दिल खोलकर हंसती हैं।
कपल्स के बीच खुशनुमा पल
रिलेशनशिप काउंसिलर जगन सचदेवा का कहना है कि कपल्स हंसते तो हैं। लेकिन वे फिल्म या टीवी देखकर, उसकी ही किसी बात पर हंसते हैं। होना यह चाहिए कि वे पर्सनल लाइफ की चीजों पर ही खिलखिलाने के मौके तलाशें। दरअसल, इससे अलग तरह का अटैचमेंट डिवेलप होता है। सालों बाद भी, ऎसे हंसने के वाकये ही आपको याद रहते हैं। अक्सर एक-दूसरे से दूर होने पर कपल्स ऎसे ही खुशनुमा लम्हों को संजोकर रखते हैं।
मूड को रखें लाइट
जो कपल्स साथ में हंसते हैं, वे साथ में रहते हैं यह हम सबने सुना है और यह सच भी है। एक रिसर्च के मुताबिक, वैसे तो, सेंस ऑफ ह्यूमर वाले पुरूष हर तरह की सोसायटी में महिलाओं को अट्रैक्ट करते हैं। लेकिन जब यही ह्यूमर कपल के बीच अपनी फे्रशनेस बनाए रखता है, तब रिलेशनशिप हैल्दी रहती है। छोटी-ब़डी प्रॉब्लम्स आने के बवाजूद भी यह सेंस ऑफ टुगेदरनेस स्ट्रॉन्ग रहती है। क्योंकि पॉजिटिव मेमरीज, नेगेटिविटी पर हावी हो जाती हैं। दरअसल, लाफ्टर स्ट्रेस बस्टर की तरह से ऎक्ट करता है। यह स्ट्रेस टेम्प्रेरी ही सही कम कर देता है। साइंटिफिकली, स्ट्रेस हॉमोंüस पर लाफ्टर का नेगेटिव इंपैक्ट प़डता है। यह एंडॉफिंüस या फील-गुड हॉमोंस को एनकरेज करता है।
हंसमुख व्यवहार
हेक्टिक शेड्यूल में हंसने की और पार्टनर को हंसाने की वजहों को तलाशना बेहद जरूरी है। एक्सपर्ट्स की मानें तो, पार्टनर पर हंसने की बजाय अपनी गलतियों पर हंसना भी अच्छा आइडिया है। प्लेफुलनेस बनाए रखें। साथ में कोई गेम खेलें। जानें कि आपके पार्टनर को कौन-सी बातों पर हंसी आती है। यह ठीक है कि अब आप ब़डे हो गए हैं, लेकिन साथ बैठकर कार्टून फिल्में अभी भी देख सकते हैं। यकीन मानिए, ऎसी फिल्में सारे टेंशन भुला देती हैं। डिनर टेबल पर सीरियस मसले न छे़डें। यहां भी हल्की-फुल्की बातों की हैबिट बना लें। फनी सिचुएशंस को याद करके हंसने में भी कोई बुराई नहीं है। हां, पार्टनर के वेट या अपीयरेंस पर न हंसें। अक्सर ऎसे मजाक मन-ही-मन दूरियां बढ़ा देते हैं। एक हैल्दी रिलेशनशिप में परिवार की हंसी क्रिटिकल किरदार निभाती है। महिलाएं पुरूषों के मुकाबले 126 पसेंüट ज्यादा हंसती हैं। जाहिर है कि पुरूषों को उन्हें हंसते हुए देखने का मौका ज्यादा मिलता है। उम्र बढ़ने के साथ रिलेशन में हंसी की जगह ड्रमैटिकली कम होती जाती है। घर में हम खुद को ज्यादा सीरियसली नहीं लेते और साथ-साथ खूब हंसते हैं। अभी भी हम साथ-साथ मस्ती करने के तरीके तलाश ही लेते हैं और एक-दूसरे को हंसाते रहते हैं।
#गोपी बहू कितना ग्लैमर अवतार देखकर चौंक जाएंगे आप!