सिर्फ तीन मिनट में, जयाप्रदा के चमके किस्मत के सितारे
फिल्म सरगम की
कामयाबी के बाद जयाप्रदा ने कई फिलमें में काम किया लेकिन कोई फिल्म टिकट
खिडकी पर सफल नहीं हुई। जयाप्रदा ने दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम करना
जारी रखा। साल 1982 में के विश्वनाथ ने जयाप्रदा को अपनी फिल्म कामचोर के
जरिए दूसरी बार हिंदी फिल्मों में लांच किया। इस फिल्म की सफलता के बाद वह
एक बार फिर से हिंदी फिल्मों में अपनी खोयी हुई पहचान बनाने में कामयाब हुई
और यह साबित कर दिया कि वह अब हिंदी फिल्मों अपनी एक अलग पहचान बनायेगी।