अच्छी हैल्थ के लिए अपनाएं...
ऎनीमिया-चोट लगने, सर्जरी या पीरयिड के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने, खानपान में लापरवाही बरतने, गर्भावस्था के दौरान आयरन और फौलिक एसिड का पर्याप्त मात्रा में सेवन ना करने से ऎनीमिया होन का खतरा ज्यादा बढ जाता है। सिरदर्द, थकान नींद ना आना, चक्कर आना और आंखों के आगे अंधेरा छाना, ह्वदयगति असामान्य होना, कभीकभी बेहोशी का दौरा पडना , भोजन के प्रति अरूचि, आंखों के नीचे काले गडढे पडना, नाखूनों की रंगत सफेद पडना आदि इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं।
बचाव- संतुलित और पौष्टिक आहार लें। आयरनयुक्त खाद्यपदाथों जैसे, हरी पत्तेदार सब्जिायों, फलों औरअन्य खाद्यपदाथों जैसे, रैड मीट, चुकंदर, आंवला, गाजर, सेब, अनार, खजूर, मंूगफली, गुड और सूखे मेवे का सेवन करें। फौलिक ऎसिड की मात्रा बढाने के लिए कुटू का आटा, जौ, गोभी, मशरूम,ब्रोकली और शहद खाएं। डॉक्टर की सलाह पर आयरन और फौलिक ऎसिड की गोलियां लें। साल में एक बार हीमोग्लोबिन चैक करवाएं।