बगीचा की सजावट से मुस्कुराए ही फूल

बगीचा की सजावट से मुस्कुराए ही फूल

बगीचे को एसेसरीज से सजाने का चलन इन दिनों बढ गया है। होम गार्डन में अब फू ल, पौधों के गमलों के अलावा भी देखने को बहुत कुछ है। आजकल लोग अपने इस शौक पर हजारों भी खर्च करने लगे हैं। नेचुरल लुक के लिए सीमेंट आर्ट- गार्डन की एंट्री या बीच के भाग को खास लुक देने के लिए सीमेंट से आर्ट करवाने का भी चलन इन दिनों काफ ी है। इसके लिए सीमेंट से बैम्बू की आकृति में गार्डन का प्रवेश द्वारा, नारियल के पेड, कबूतर, पक्षी और कुछ विशेष आकार के गमले तैयार करवाए जाते हैं। इन पर कलर कर डिजाइन को नेचुरल लुक दिया जाता है। सीमेंट से आर्ट वर्क कर गार्डन को खूबसूरती से सजाने के लिए लोग दिलखोल कर खर्च करते हैं। मछलियों और जलीय पौधे से सजाएं ताल - गार्डन में लगभग 3 से 4 फ ीट का सिरेमिक, सीमेंट या मार्बल का गोल तालाब तैयार करवाते हैं। पॉंड को आकर्षक बनाने के लिए इसमें फव्वारा भी लगाया जाता है। कमल, जलीय पौधों और मछलियों से इसे नेचुरल तालाब की शक्ल देने की कोशिश की जाती है। इस छोटे से तालाब को विशेष रख रखाव की आवश्यकता होती है। स्वागत करतीं मूर्तियां - टेराकोटा की मूर्तियां, कुर्सियां और बडे-बडे गमलों को गार्डन में सजा कर ट्रेडिशनल लुक दिया जाने लगा है। महिला और पुरूष की आदमकद मूर्तियां, स्वागत मुद्रा में खडे चौकीदार, तबले के आकार की कुर्सी ज्यादातर पसंद की जाती है। इच्छानुसार इन पर कलर भी किया जा सकता है।