सपनों के महल को सजाएं...
घर में इस प्रकार के पौधे को लगाने के लिए कंटेनर या फिर पॉट्स को यूज में लाया जाता है। ये कई प्रकार के हो सकते हैं। जैसे मिट्टी, ग्लेज्ड क्ले, ब्रास, कॉपर, ग्लास, प्लास्टिक, सीमेंट या फिर क्रंकीट। इसमें यूज की जाने वाली मिट्टी आम मिट्टी से हटकर होती है। जैसे कोकोपीट, पीटमॉस, पर्लटी, सॉडस्ट, राइस हल्स यानी जिनकी पानी को होल्ड करने की क्षमाता ज्यादा होती है। इस कंटेनर में छेद पहले से होता है ताकि पानी का बहाव बना रहे। गमले में मिट्टी को भरने से पहले उस छेद के ऊपर पेबल्स पत्थर रखते हैं ताकि पानी डालते समय पानी के साथ मिट्टी ना बह जाए। कंटेनर के नीचे प्लैटर रख देना चाहिए ताकि पानी बाहर ना फै ले। मिट्टी का गमला गर्मियों में ज्यादा कूलिंग इफेक्ट देता है। प्लास्टिक कंटेनर कैक्टस और सुकुलेंट्स जैसे पौधे के लिए ठीक होता। घरों में आप इनडोर प्लांट के अलावा विंडो बॉकस प्लांट भी लगा सकती हैं। इसमें आप डेकोरेटिव प्लांट से लेकर फ्लावरी प्लांट भी लगा सकती हैं। इसमें लगाएं जाने वाले पौधों में एग्लोनेमा, कैलेडियम, कैल्थिया, हेडहेड्रा, कोर्डाइलिन आदि हैं।