खुशनुमा रोमांस के लिए जरूरी है...
साथ ही इससे सेक्सुअल लाइफ भी प्रभावित होती है। इसलिए सकारात्मक सोच रखना जरूरी है इससे दिमाग तनाव रहित रहता है और रोमांस का भी भरपूरन आनंद लिया जा सकता है। चिकित्सकों के अनुसार जब तक स्त्री और पुरूष के बीच शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से सामंजस्य नहीं होता तब तक उन्हें रोमांस में आनंद की प्राप्त नहीं हो सकती। जब मन सकारात्मक सोच से गुजर रहा होता है जब एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्माेन स्त्रीवित होते है। ये हार्मोस रोमासं की इच्छा को बढाते हैं।